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S.No | Particular | Page No. | |
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1-7Abstract: महाभारत काल से पूर्व धर्म और अर्थ दोनों को समान स्थान दिया गया था। महाभारत में बार-बार कहा गया है कि धर्म के साथ अर्थ को अधिक महत्व दें।‘ शान्तिपर्व‘ में मन्तव्य स्पष्ट है कि राजाओं को प्रयत्न करके निरन्तर अपने कोष की रक्षा करनी चाहिए, क्योंकि कोष ही उनकी जड़ है, कोष ही राज्य को आगे बढ़ाने वाला होता है। कोष को राजा की शक्ति भी माना गया है।‘ एक स्थल पर उल्लेख है कि यदि राजा बलहीन हो तो उसके पास कोष कैसे रह सकता है? कोषहीन के पास सेना कैसे रह सकती है? जिसके पास सेना नहीं है, उसका राज्य कैसे स्थिर रह सकता है और राज्यहीन के पास धन कैसे रह सकता है।‘ |
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प्रियंका राठौड़ |
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डा भारतेन्दु मिश्रAbstract: आज का युग डिजिटल क्रांति का युग है। तकनीक ने हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया है, और शिक्षा भी इससे अछूती नहीं रही। ऑनलाइन शिक्षण एक ऐसी क्रांति है जिसने शिक्षा के पारंपरिक तरीकों को चुनौती दी है और इसे अधिक पहुँच योग्य और लचीला बना दिया है। यह ऑनलाइन शिक्षण के बढ़ते चलन के कारणों, इसके फायदों और चुनौतियों का विस्तृत विश्लेषण करेगा। ऑनलाइन शिक्षण ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। यह एक ऐसा माध्यम है जो छात्रों को अधिक लचीलापन, व्यापक पाठ्यक्रम और व्यक्तिगत ध्यान प्रदान करता है। हालांकि, ऑनलाइन शिक्षण की अपनी कुछ चुनौतियाँ भी हैं। इन चुनौतियों के बावजूद, ऑनलाइन शिक्षण भविष्य की शिक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता जा रहा है। आने वाले समय में ऑनलाइन शिक्षण और अधिक विकसित होगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वर्चुअल रियलिटी और ऑगमेंटेड रियलिटी जैसी तकनीकों का उपयोग करके ऑनलाइन शिक्षण को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। ऑनलाइन शिक्षण ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है |
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