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S.No | Particular | Page No. | |
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Dr. Laxmikant SharmaAbstract: Corporate Social Responsibility (CSR) has become a buzzword now. Today CSR in India has gone beyond merely charity and donations, and is approached in a more organized fashion. It is an integral part of the corporate strategy. |
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1-8 |
2 |
Prof. Panchanan Mohanty, Ahmad Ayar Afshord,Abstract: The translators and professional and nonprofessional readers have their own special style and tactics for reading but the job for translator especially literary translators is a kind of great task. It requires knowledge and understanding of different cultures. |
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15-28 |
3 |
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29-35 |
4 |
डॉ राजकुमार सिंह परमारAbstract: यह हिंदी कविता, जिसे "द टैवर्न" या "द हाउस ऑफ वाइन" के नाम से जाना जाता है, एक उत्कृष्ट कृति है जो मधुशाला और शराब की खपत के रूपक के माध्यम से जीवन की क्षणिक प्रकृति, इच्छाओं और खुशी की खोज को उजागर करती है। डालता है। इसका स्थायी महत्व इसकी दार्शनिक गहराई में निहित है, क्योंकि यह लगातार बदलती दुनिया में अर्थ की खोज करने वाले व्यक्तियों के साथ प्रतिध्वनित होता रहता है। आज के तेज़-तर्रार और भौतिकवादी समाज में, कविता का वर्तमान का आनंद लेने और जीवन के विविध अनुभवों में आनंद खोजने का संदेश पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। कविता में शराब का रूपक विभिन्न प्रकार के जीवन अनुभवों का प्रतिनिधित्व करता है, जो दिमागीपन और खुशी की खोज पर आधुनिक चर्चाओं से मेल खाता है। हरिवंश राय बच्चन की काव्यात्मक भाषा और शैली समकालीन दर्शकों, प्रेरक कवियों और पाठकों को समान रूप से मंत्रमुग्ध करती रहती है। "मधुशाला" का सांस्कृतिक महत्व भी बरकरार है, इसे विभिन्न कलात्मक रूपों में मनाया जाता है और यह भारतीय साहित्यिक विरासत का एक अभिन्न अंग बनी हुई है। हिंदी में लिखे जाने के बावजूद, इसका सार्वभौमिक विषय अनुवाद होने पर इसे वैश्विक दर्शकों के लिए सुलभ और प्रासंगिक बनाता है। |
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46-55 |
5 |
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36-45 |